राजकीय

कर्नाटक चुनाव में, पैंथर मैदान में।

गुलबर्ग : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव सुरु हो चुके है। कर्नाटक में दलितों के उत्पीडन के मामले बढ़ चुके है। कर्नाटक में दलित सुरक्षित नहीं है, ऑल इंडिया पैंथर सेना दलित उत्पीडन के खिलाफ लड़ रही है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे है, संविधान खतरे में आ चुका है और हुकुमशाही सुरु हो चुकी है।

धर्मसत्ता ने देश पूरी तरह से उद्धवस्त हो चुका है। इस धर्मसत्ता के खिलाफ संविधान बचाने के लिए ऑल इंडिया पैंथर सेना कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भूमिका लेगी।

ऑल इंडिया पैंथर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक केदार 22 और 23 एप्रिल 2023 को दो दिन के दौरे के लिए कर्नाटक आ रहे है। इसी दौरे में चुनाव की भूमिका जाहिर करेंगे और प्रचार को भी इस इलाके में दौरा करेंगे। गुलबर्ग तक पैंथर का बड़ा संघटन कर्नाटक में है। दीपक केदार इनको मानने वाला वर्ग भी यहां बड़े पैमाने पर है। इस साल कर्नाटक में हुए दलित अत्याचार के मामले में दीपक केदार ने अहम भूमिका ले कर कर्नाटक पोलिस को पैंथर स्टाइल दिखाई इसलिए इधर उन्हे चाहने वाला युवा बड़ चुका है।

कर्नाटक संघटक सुरेश कांबले ने बड़ा संघटन बनाया है। हाली में पैंथर की बैठक बसवकल्याण और भालकी में हुई, चुनाव की रणनीति तय की है। उसी दिशा में काम चल रहा है। संविधान के विरोधियों को रोकने के लिए लढने का ऐलान किया है। कर्नाटक पैंथर मैदान में उतर चुकी है।

पँथरनामा

पँथरनामा, सामाजिक क्रांतीची आधुनिक डरकाळी... पँथरनामा ऑल इंडिया पँथर सेनेचे मुखपत्र आहे. सामाजिक, राजकिय, आर्थिक, सांस्कृतिक गुलामगिरीच्या विरोधात नव्या स्वातंत्र्याचा संघर्ष, आंबेडकरी चळवळीच्या चौथ्या पर्वाच्या माध्यमातुन आम्ही लढत आहोत. -दिपक केदार संपादक पँथरनामा राष्ट्रीय अध्यक्ष ऑल इंडिया पँथर सेना

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